Acupressure एक ऐसा तरीका है जिसमें शरीर के खास बिंदुओं पर हल्का दबाव डालकर दर्द और तकलीफ को कम किया जाता है। ये कोई नई चीज़ नहीं है – बल्कि हजारों साल से इस्तेमाल हो रही है। सबसे पहले इसका इस्तेमाल चीन में हुआ था, और बाद में भारत में भी ये तरीका लोकप्रिय हुआ। आज के समय में लोग इसे इसलिए पसंद करते हैं क्योंकि ये बिल्कुल प्राकृतिक है और इसमें दवाई की ज़रूरत नहीं पड़ती।
Acupressure काम कैसे करता है। Acupresure Therapy in Hindi
Acupressure एक सरल और प्राकृतिक तरीका है, जिसमें शरीर के खास बिंदुओं पर हल्का दबाव डालकर दर्द और तकलीफ को कम किया जाता है। यह कोई नया तरीका नहीं है, बल्कि हजारों साल से लोग इसे अपनाते आ रहे हैं। पहले इसका इस्तेमाल चीन में हुआ, फिर भारत में भी यह काफी लोकप्रिय हो गया। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग इसे इसलिए पसंद करते हैं क्योंकि
- इसमें दवाइयों की जरूरत नहीं होती और यह बिना किसी साइड इफेक्ट के आराम पहुंचाता है।
- Acupressure की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें दवाइयों की कोई जरूरत नहीं होती, यह पूरी तरह प्राकृतिक तरीका है।
- इसे करना भी मुश्किल नहीं है, थोड़ी practice के बाद कोई भी घर पर आसानी से कर सकता है।
- जब सही जगह हल्का दबाव दिया जाता है, तो शरीर में एनर्जी का फ्लो संतुलित हो जाता है और blood circulation भी बेहतर होता है।
- यही कारण है कि सिरदर्द, कमर दर्द या थकान जैसी परेशानियों में यह तुरंत राहत देता है। साथ ही यह तनाव कम करने और मन को शांत करने में भी मदद करता है।
- अगर इसे नियमित किया जाए तो blood circulation बेहतर होता है और ऊर्जा संतुलित रहती है।
- यही वजह है कि यह हजारों साल पुराना होने के बावजूद आज भी उतना ही लोकप्रिय है।
Acupressure इतिहास- Acupresure History
अगर इसके इतिहास की बात करें तो इसकी शुरुआत प्राचीन चीन में हुई थी। उस समय यह माना जाता था कि शरीर के अंदर एक अदृश्य ऊर्जा बहती है, जिसे चीन में “Qi” और भारत में “प्राण ऊर्जा” कहा गया। जब यह ऊर्जा संतुलित रहती है तो हम स्वस्थ रहते हैं, लेकिन अगर यह कहीं रुक जाए तो बीमारियां बढ़ने लगती हैं। Acupressure इसी रुकावट को दूर करने का आसान तरीका माना जाता है, जो आज भी उतना ही असरदार है।
Hand Acupressure Points in Hindi
हाथ में कई ऐसे बिंदु मौजूद हैं, जिन पर हल्का दबाव डालने से शरीर में ऊर्जा का संतुलन बना रहता है। ये पॉइंट्स सिरदर्द, तनाव, नींद की कमी और हल्की थकान जैसी परेशानियों में राहत देते हैं। नियमित अभ्यास से ब्लड सर्कुलेशन सुधारता है और शरीर को प्राकृतिक तरीके से स्वस्थ रखता है।
- हाथ में कई ऐसे महत्वपूर्ण पॉइंट्स मौजूद हैं, जिन पर हल्का दबाव डालने से शरीर और मन दोनों को फायदा होता है।
- अंगूठे के नीचे का हिस्सा फेफड़ों और गले की तकलीफों में राहत देता है, जबकि तर्जनी और अंगूठे के बीच का पॉइंट सिरदर्द और आंखों के तनाव को कम करने में असरदार है।
- हथेली के बीच का पॉइंट थकान और मानसिक तनाव को घटाकर शरीर को हल्का महसूस कराता है।
- छोटी उंगली के पास का किनारा दिल और blood pressure को संतुलित रखने में मदद करता है, और कलाई के पास का अंदरूनी पॉइंट अनिद्रा और बेचैनी कम करने में कारगर है।
- इन सभी पॉइंट्स पर रोज़ाना कुछ मिनट हल्का दबाव डालने से शरीर में ऊर्जा संतुलित रहती है और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
Final Overview
Acupressure एक प्राकृतिक और बिना साइड इफेक्ट वाला तरीका है जो न सिर्फ दर्द में राहत देता है बल्कि शरीर और मन को भी संतुलित करता है। अगर इसे नियमित रूप से सही पॉइंट्स पर किया जाए तो आपको दवाइयों की जरूरत कम हो सकती है। यह आसान है, सस्ता है और हर कोई इसे घर पर कर सकता है। Kewalaya Yogshala एक योग सीखने का स्कूल है जोकि इसके साथ-साथ अलग हीलिंग की प्रणाली पर भी ध्यान दे रहा है। अगर आप चाहते है की आप Acupressure या अन्य योग शिक्षा से जुड़े तो दिए गए तरीको से हमें संपर्क कर सकते है।
Common Questions & Answers
पैरों की एड़ी और टखने के पास का पॉइंट blood circulation बढ़ाता है। हाथ की हथेली के बीच और कलाई के पास के पॉइंट हल्का दबाने से शरीर में ऊर्जा संतुलित रहती है और blood pressure धीरे-धीरे सुधारता है।
Acupressure दिन में किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन सुबह या शाम का समय सबसे अच्छा माना जाता है। खाना खाने के तुरंत बाद या बहुत थकान में करने से बचें। हल्का और आरामदायक माहौल बनाएँ, ताकि शरीर पूरी तरह रिलैक्स हो और Points पर दबाव का असर सही से महसूस हो।
गैस या पेट में वायु के कारण होने वाली असुविधा को कम करने के लिए कुछ विशिष्ट बिंदुओं और तकनीकों का उपयोग किया जा सकता है। पेट के चारों ओर, विशेष रूप से नाभि के पास जठर बिंदु पर हल्का दबाव डालना और अंगुलियों से धीरे-धीरे मालिश करना गैस को बाहर निकालने में मदद करता है। इसके साथ ही, गहरी साँस लेने की तकनीक अपनाना और पेट की मांसपेशियों को आराम देना भी लाभकारी होता है। इन सरल उपायों को अपनाकर पेट की ऐंठन और गैस से राहत पाई जा सकती है, जिससे पाचन क्रिया बेहतर होती है और असुविधा कम होती है।
एक्यूप्रेशर एक प्राचीन चिकित्सा पद्धति है, जिसमें शरीर के विशिष्ट बिंदुओं पर दबाव डालकर विभिन्न रोगों का इलाज किया जाता है। इसका उपयोग सिरदर्द, पेट दर्द, तनाव, नींद न आना, जोड़ों का दर्द, मासिक धर्म संबंधी समस्याएं और पाचन विकार जैसी समस्याओं में किया जाता है। यह शरीर की ऊर्जा संतुलित कर स्वास्थ्य सुधार में मदद करता है।
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